बीकानेर. व्यवसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले अपशिष्ट और पशुओं के गोबर को सीवरेज-नालों में डाला जा रहा है। इससे आए दिन नाला-सीवरेज जाम होते रहते है व सड़कों पर गंदा पानी फैला रहता है। आमजन परेशान होते हैं। नगर निगम ने नाला-सीवरेज की उचित सफाई के लिए सभी नालों और सीवरेज के सर्वे के आदेश जारी किए हैं, जो बार-बार जाम होते हैं। इस सर्वे के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि जो नाला-सीवरेज व्यवसायिक प्रतिष्ठानों, पशुपालकों के कारण जाम हो रहे हैं, उनको सूचीबद्ध किया जाए और उनको नोटिस जारी किए जाए। निगम आयुक्त के निर्देश पर उपायुक्त की ओर से स्वच्छता निरीक्षकों को सर्वे करने के आदेश जारी किए गए हैं।
गोबर, कचरा, प्लास्टिक व औद्योगिक अपशिष्ट
उपायुक्त यशपाल आहूजा ने बताया कि पशुपालकों की ओर से पशुओं के गोबर को सीधे सीवरेज अथवा नालों में डाला जा रहा है। इससे सीवरेज बार-बार जाम हो रही है। नाले ओवर लों हो रहे हैं। इसी प्रकार दुकानों, प्रतिष्ठानों, औद्योगिक अपशिष्ट को भी नालों, सीवरेज में डाला जा रहा है। यह सही नहीं है। सभी स्वच्छता निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसे व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों, पशुपालकों को सूचीबद्ध करें व उनको नोटिस जारी करें। सर्वे के लिए एक निर्धारित फॉरमेट भी उपलब्ध करवाया गया है। इस फॉरमेट में एसआई आवश्यक जानकारी एकत्रित करेंगे।
देखा मौका, जताई नाराजगी
निगम आयुक्त मयंक मनीष ने शुक्रवार को श्रीगंगानगर सर्किल और एम एस कॉलेज क्षेत्र में कई स्थानों पर नाला-सीवरेज का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान नाला-सीवरेज के बार-बार जाम होने की जानकारी सामने आई, तो उन्होंने इस प्रवृत्ति पर स्थाई रोकथाम के लिए साथ चल रहे निगम अधिकारियों से मौके पर चर्चा की। नाला-सीवरेज में गोबर, कचरा, प्लास्टिक, औद्योगिक अपशिष्ट इत्यादि डाले जाने की स्थिति सामने आने पर नाराजगी व्यक्त की और उपायुक्त को इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देश दिए।