
बीकानेर संभाग में 444 खाताधारकों के 8.97 करोड़ रुपए डूबे, मिनी बैंक में 10 साल तक चला घोटाला
राजस्थानी चिराग। श्रीगंगानगर जिले के जैतसर कस्बे के 2 जीबी ग्राम सेवा सहकारी समिति के 3 जीबी मिनी बैंक में गबन की एक बड़ी साजिश का खुलासा हुआ है। अक्टूबर 2024 में जांच के दौरान सामने आई इस घटना में 8.97 करोड़ रुपए (89,40,17,84 रुपए) के गबन की घटना सामने आई। जांच में यह भी पाया गया कि इस गबन का सिलसिला पिछले 10 सालों से लगातार चल रहा था, जो 2014 से 2024 तक जारी रहा।
धोखाधड़ी के शिकार लोग
जांच में यह खुलासा हुआ कि इस गबन के कारण कई परिवारों की जिंदगी बर्बाद हो गई। बकरी बेच कर, मेहनत-मजदूरी कर, या अपनी जमा पूंजी बैंक में जमा करने वाले लोगों के पैसे अब गबन की चपेट में आ गए। 78 साल के बुजुर्ग, जिन्होंने अपनी रिटायरमेंट की रकम बैंक में जमा की थी, वह भी इस गबन का शिकार हो गए।
गबन की साजिश का खुलासा
जांच अधिकारियों के मुताबिक, गबन का मुख्य कारण मियादी जमाओं के खिलाफ अनियमित रूप से ऋण वितरण करना था। समिति के कर्मचारियों ने जानबूझकर खाताधारकों की जमा पूंजी को गलत तरीके से ऋण के रूप में वितरित किया। कई मामलों में, मियादी जमा रसीदें मिनी बैंक के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं की गईं और कई खाताधारकों के नाम पर ऋण वितरित किए गए, जिनके पास मियादी जमा की कोई रसीद ही नहीं थी।
इस जांच के दौरान, 444 खाताधारकों से जानकारी प्राप्त की गई, जिनकी कुल जमा पूंजी 9.75 करोड़ रुपए थी, लेकिन कुछ खाताधारक अभी भी अपनी जानकारी देने के लिए उपस्थित नहीं हो पाए हैं। जिसके कारण जांच अभी भी जारी है।
जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी
गबन के इस मामले में समिति के प्रमुख अधिकारी, शाखा प्रबंधक, ऑडिट टीम और बैंक प्रबंधन समिति के निरीक्षकों को दोषी ठहराया गया है। यह खुलासा हुआ कि इन सभी ने गबन की प्रक्रिया में लापरवाही बरती और अनियमितताओं को नजरअंदाज किया।
जांच के बाद, समिति के पूर्व व्यवस्थापक सुमेर सिंह, वर्तमान व्यवस्थापक बिशन पाल सिंह, और पूर्व सहायक व्यवस्थापक ओमप्रकाश चुघ को गबन और अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार ठहराया गया। इन अधिकारियों ने अपने पदों का दुरुपयोग किया और बैंक की गबन साजिश में हाथ बढ़ाया।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू की है। सेवानिवृत्त व्यवस्थापक सुमेर सिंह, सेवानिवृत्त सहायक व्यवस्थापक ओमप्रकाश चुघ, और निलंबित व्यवस्थापक बिशन पाल सिंह के खिलाफ दी गंगानगर केंद्रीय सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी पवन कुमार शर्मा की शिकायत पर जैतसर पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया है।
अब तक ओमप्रकाश चुघ को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे सूरतगढ़ जेल भेज दिया गया है। जबकि अन्य आरोपी अब तक पकड़े नहीं गए हैं। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।


