
लोन पर ली थी Electric Car, सर्विस सेंटर पर जलकर खाक, इंश्योरेंस कंपनी ने झाड़ा पल्ला, अब युवक भर रहा EMI
राजस्थानी चिराग। Tata Nexon EV से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक इलेक्ट्रिक SUV सर्विस सेंटर में खड़ी-खड़ी आग की चपेट में आ गई। कार पिछले 8 महीनों से रिपेयर के लिए सर्विस सेंटर में रखी थी, लेकिन अचानक उसमें आग लग गई और पूरी तरह जलकर खाक हो गई। हादसे के बाद न केवल कार का मालिक परेशान है, बल्कि इंश्योरेंस क्लेम को लेकर भी उन्हें लगातार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में EV वाहनों की सेफ्टी, डीलरशिप की जिम्मेदारी और बीमा प्रक्रिया पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। चलिए जानते हैं क्या है पूरा मामला?
हादसा या लापरवाही? कैसे Nexon EV पहुंची सर्विस सेंटर
कार के मालिक ने बताया, ‘एक रात मैं घर लौट रहा था और बहुत तेज बारिश हो रही थी। सड़क पर निर्माण कार्य चल रहा था और कोई चेतावनी बोर्ड नहीं था। सड़क किनारे एक गहरा गड्ढा पानी से भरा था, मेरी गाड़ी उसमें गिर गई। चूंकि यह इलेक्ट्रिक गाड़ी थी, तो गाड़ी स्टार्ट नहीं हो रही थी। अगले दिन हमने गाड़ी को सर्विस सेंटर में जमा कर दिया।’
8 महीने बाद भी नहीं मिला जवाब, कार जलकर हुई खाक
सर्विस सेंटर ने कहा कि आग लगने की वजह बैटरी को हुआ नुकसान है। हालांकि, कार मालिक का कहना है कि शुरुआत में सर्विस टीम ने उन्हें एक नई गाड़ी (जैसे Tata Harrier) बहुत ही कम कीमत पर देने का वादा किया था, लेकिन अब 8 महीने बीत जाने के बाद भी न कोई समाधान हुआ और न ही कोई गाड़ी दी गई।
EMI चालू, लेकिन कार का नामोनिशान नहीं
बताया गया है कि जिस Tata Nexon EV में आग लगी, वह गाड़ी लोन पर ली गई थी। मौजूदा हालात में मालिक को हर महीने उस गाड़ी की EMI चुकानी पड़ रही है जो अब पूरी तरह से जलकर नष्ट हो चुकी है। मामले को और जटिल बनाते हुए, United India Insurance ने पूरी गाड़ी के नुकसान की भरपाई करने से इनकार कर दिया है। कंपनी की ओर से केवल बैटरी के नुकसान का ही मुआवजा ऑफर किया गया है, जबकि मालिक का कहना है कि गाड़ी पूरी तरह खाक हो चुकी है और यह मामला सिर्फ बैटरी तक सीमित नहीं है।
इंश्योरेंस कंपनी का झटका, सिर्फ बैटरी के पैसे देने की हो रही बात
मालिक ने बताया, ‘पहले दो महीने तक उन्होंने खूब सपोर्ट दिखाया और कहा कि कंपनी की कोई भी गाड़ी बहुत ही कम कीमत में दे देंगे, लेकिन अब कोई भी जवाब नहीं दे रहा। कार ओनर का कहना है न तो रिपोर्ट दी है और न ही कोई लिखित जवाब मिला है।’


