खत्म हुआ परिवार: मां के साथ उठी 2 बच्चों की अर्थियां, परिवार में मचा कोहराम, नहीं जले चूल्हे
जालौर। भीनमाल शहर के महावीर चौराहे पर रहने वाले चेतन श्रीमाली के लिए रविवार को दुख का पहाड़ इस कदर गिरा जिसे ताउम्र नहीं भुलाया जा सकेगा। चंद पल में चेतन का हंसता खेलता परिवार दुनिया से विदा हो गया। किसी को नहीं पता था कि आज का दिन कविता, धु्रव व गौरवी के लिए अंतिम दिन होगा। हादसे का कारण कुछ भी हो, लेकिन हादसे से मां कविता और दोनों बच्चे काल के ग्रास बन गए। हर किसी की जुबान पर हादसे की ही चर्चा रही। शाम को जैसे ही मां व दोनों बच्चों की अर्थियां घर से श्मशान घाट के लिए रवाना हुई तो परिवार में कोहराम मच गया। हर किसी की आंखें नम हो गई। हादसे के वक्त चेतन कुमार की मां भी किसी रिश्तेदार से मिलने के लिए गई हुई थी। देवरानी भी किसी काम में व्यस्त थी, उस दौरान हादसा हो गया। चेतन कुमार का परिवार फर्स्ट फ्लोर पर बने एक कमरे में रहने से हादसे व चीख-पुकार की आवाज भी किसी को सुनाई नहीं दी। चेतन कुमार के पिता मोहनलाल श्रीमाली सरकारी सेवा से रिटायर थे।
महिला कविता के पिता श्यामलाल बोहरा भाजपा के नेता है। साथ ही नगरपालिका में पार्षद भी है। साथ ही मृतका की माता भी नगरपालिका में पार्षद रह चुकी है। मृतक कविता की 2011 में चेतन कुमार के साथ शादी हुई थी। इन दिनों विद्यालयों में बच्चों की अवकाश चल रहे है। ऐसे में दोनों बच्चों भी घर पर ही थी। अममून दोपहर के समय बच्चे विद्यालय में रहते है। बच्ची गौरवी नर्सरी में पढ़ती थी। वहीं धु्रव तृतीय में एक निजी विद्यालय में अध्ययनरत थे। यहां रहने वाले बच्चें भी घटना से सहमें हुए नजर आए। कमरे के अन्दर महिला का शव एसी की तरफ, तो बच्ची पलंग पर व बच्चे का पलंग के पास नीचे पड़ा हुआ था।
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