राजस्थान की होनहार बेटी ट्रेनी पायलट चेष्टा बिश्नोई की मौत, परिवार ने सभी अंग किए डोनेट, कई लोगों को मिलेगी नई जिंदगी
राजस्थानी चिराग। राजस्थान के जैसलमेर जिले की रहने वाली ट्रेनी पायलट चेष्टा बिश्नोई की मौत हो गई. चेष्टा की मौत से परिवार सहित पूरे समाज में शोक का माहौल है. लेकिन इस शोकाकुल स्थिति में भी चेष्टा के परिजनों ने जो फैसला लिया, उसकी बड़ी तारीफ हो रही है. चेष्टा के परिजनों ने उसके सभी अंगों को डोनेट करने का फैसला लिया है. पुणे के एक अस्पताल में चेष्टा के सभी अंगों डोनेट किया गया. जिससे कई लोगों को नई जिंदगी मिलेगी. चेष्टा की डेडबॉडी आज शाम तक पोखरण पहुंचेगी, जिसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. चेष्टा का जन्म 5-12-2003 को हुआ था. ऐसे में मात्र 21 साल की उम्र में चेष्टा की दर्दनाक मौत से परिवार में कोहराम मचा है.
पोखरण के खेतोलाई गांव की रहने वाली थी चेष्टा बिश्नोई
चेष्टा पोखरण के खेतोलाई गांव की रहने वाली थी. उनके पिता ज्योतिप्रकाशी बिश्नोई पोखरण में गैंस एजेंसी चलाते है. चेष्टा को जानने वाले लोगों ने बताया कि वो बचपन से ही बेहद मेधावी थी. पढ़ाई-लिखाई में अव्वल होने के साथ-साथ परिवार और अपनी परंपरा से प्यार करती थी. चेष्टा अभी महाराष्ट्र के पुणे में पायलट की ट्रेनिंग ले रही थी.
पोखरण विधायक ने भी जताया शोक
चेष्टा की मौत पर पोखरण के भाजपा विधायक महंत प्रतापपुरी ने भी शोक व्यक्त किया है. महंत प्रतापपुरी ने लिखा- पोखरण विधानसभा के खेतोलाई गांव निवासी ट्रेनी पायलट चेष्टा बिश्नोई पुत्री ज्योतिप्रकाश जी बिश्नोई का सड़क दुर्घटना में निधन होने का दुखद समाचार मिला. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान प्रदान कर दुःख की इस घड़ी में परिवारजनों को संबल प्रदान करे. हरि ॐ!