
बीकानेर: सिलेंडर ब्लास्ट हादसे में 11वीं मौत, समीर ने पीबीएम आईसीयू में तोड़ा दम
Bikaner News : बीकानेर के कोतवाली थाना क्षेत्र के मदान मार्केट में 7 मई 2025 को हुए भीषण गैस सिलेंडर ब्लास्ट हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। रविवार देर रात पीबीएम अस्पताल के आईसीयू में भर्ती समीर ने दम तोड़ दिया। समीर का शरीर पूरी तरह झुलस गया था और घटना के बाद से ही उसकी हालत अत्यंत गंभीर थी। इससे पहले रविवार तड़के 52 वर्षीय सुशील सोनी की मृत्यु हुई थी, जो इस हादसे की 10वीं मौत थी।
भीषण हादसे में अब तक 11 की मौत
मदान मार्केट की एक ज्वेलरी वर्कशॉप में हुए इस विस्फोट ने पांच मंजिला इमारत के दो अंडरग्राउंड फ्लोर को मलबे में बदल दिया। हादसे में कुल 16 लोग घायल हुए थे, जिनमें से चार को मामूली चोटें आई थीं। गंभीर रूप से घायल 12 लोगों में से अब तक 11 की मौत हो चुकी है। मृतकों की पहचान सचिन सोनी (22), मोहम्मद असलम (35), सलमान बंगाली (35), किशन सोनी पुत्र पूनम (23), किशन पुत्र भंवर (25), रामस्वरूप सोनी (20), लालचंद सोनी (23), असलम मलिक (31), मोहम्मद अयान (17), सुशील सोनी (52), और समीर के रूप में हुई है।
घायल उत्तम सोनी की हालत गंभीर
हादसे में घायल एकमात्र जीवित व्यक्ति उत्तम सोनी का इलाज जारी है। गंभीर चोटों के कारण उसे पीबीएम अस्पताल से जयपुर रेफर किया गया था। उत्तम के सिर, पेट और शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोटें हैं, और उसकी स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है।
प्रशासन और दुकानदारों की लापरवाही उजागर
इस हादसे ने प्रशासनिक लापरवाही के साथ-साथ दुकानदारों की गैर-जिम्मेदाराना हरकतों को भी उजागर किया। जांच में पता चला कि विस्फोट एक बड़े घरेलू गैस सिलेंडर के कारण हुआ, जिसे अवैध रूप से ज्वेलरी वर्कशॉप में इस्तेमाल किया जा रहा था। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि छोटा सिलेंडर होता, तो हादसा इतना भयावह नहीं होता। इसके अलावा, मदान मार्केट में कई दुकानों में अवैध रूप से बड़े सिलेंडरों से छोटे सिलेंडर रिफिल करने का खतरनाक चलन सामने आया है।
मलबे में दबा लाखों का सोना
हादसे में 21 दुकानें पूरी तरह तबाह हो गईं, और मलबे में लाखों रुपये का सोना और ज्वेलरी दबा हुआ है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान तिजोरियों से कुछ सोना बरामद हुआ, लेकिन अभी भी मलबा हटाने का काम जारी है। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि इसे कई किलोमीटर दूर तक सुना गया, और कुछ लोगों ने इसे एयर स्ट्राइक समझ लिया। हादसे के बाद जिला कलेक्टर नम्रता और पुलिस अधीक्षक कवेंद्र सागर ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, टीकाराम जूली और डोटासरा ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। बीडी कल्ला ने सरकार से मृतकों और घायलों के परिवारों के लिए आर्थिक सहायता की मांग की है।