खुशखबरी: इस जगह से जैसलमेर रोड तक बनेगा बाईपास, 15 किमी का चक्कर बचेगा
बीकानेर। अगर किसी को नोखा से आते वक्त जैसलमेर जाना है तो उसे अब नोखा, जयपुर-जोधपुर बाईपास से होते हुए श्रीगंगानगर चौराहे से होकर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि पीडब्ल्यूडी अब नोखा रोड से जैसलमेर रोड के बीच बाइपास बनाने जा रहा है। इसकी डीपीआर तैयार हो रही है। अगर ये बाईपास बन गया तो ये बाईपास जोड़ते हुए मिनी रिंगरोड की तरह हो जाएगा। दरअसल अभी जयपुर-जोधपुर बाईपास है। फिर जोधपुर श्रीगंगानगर रोड बाईपास है। श्रीगंगानगर से जैसलमेर रोड तक बाईपास है। यानी शहर बाईपास से तीन चौथाई घिरा हुआ है लेकिन जैसलमेर से जोधपुर बाईपास नहीं बना। अब सरकार इसे भी बनाने की तैयारी कर रही है। इसीलिए पीडब्ल्यूडी विभाग को डीपीआर बनाने का काम सौंपा है। डीपीआर का काम शुरू होने वाला है। माना जा रहा है कि फरवरी तक डीपीआर तैयार होगी। उसकी कॉस्ट की डिटेल जयपुर जाएगी और अगले बजट में इसका काम मंजूर हो जाएगा। तो अगले साल इसका निर्माण हो शुरू जाएगा। डीपीआर में कुछ जमीन भी एक्वायर करनी पड़ सकती है। ये एक मिसिंग लिंक की तरह है। दो चौथाई बाईपास शहर से सटा हुआ है। अब ये अधूरा लिंक बनने से शहर के चारों तरफ बाईपास हो जाएगा। एक तरह की ये मिनी रिंग रोड हो जाएगी।
शहर के चारों तरफ बाइपास से जुड़ेगा हाईवे
अभी कोई जैसलमेर से आ रहा है और उसे नोखा जाना है तो वो जैसलमेर बाईपास से पहले श्रीगंगानगर बाईपास जाएगा। फिर श्रीगंगानगर बाईपास से जयपुर बाईपास और वहां से जोधपुर बाईपास होते हुए नोखा जाएगा। पर जैसे ही ये बाईपास बनेगा तो वो जैसलमेर रोड से ही सीधे नोखा के लिए बाईपास होते हुए जा सकेगा। इससे उसका करीब 15 किलोमीटर का चक्कर बचेगा। शहर के भीतर के ट्रैफिक से बचेगा। यही स्थिति नोखा से जैसलेमर जाने वाले के लिए होगी। सबसे अच्छी बात ये होगी कि शहर के चारों तरफ हर हाई-वे बाईपास से कनेक्ट होगा।