बीकानेर: 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने के मामले में कार्रवाई, हथियार सहित तीन आरोपी गिरफ्तार
बीकानेर। जिले की हदां पुलिस व साईबर सैल पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 50 लाख रुपए की फिरौती मांगने के मामले में वांछित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार फिरौती प्रकरण में मुख्य आरोपी सतपाल उर्फ सतु को पुणे (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया। जिसकी ईतला पर एक अवैध पिस्टल भी बरामद की गई है। वहीं लाल सिंह व विक्रम को बीकानेर से दस्तयाब कर गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार सात नवंबर 2024 को परिवादी ने लिखित में रिपोर्ट दी कि छह नवंबर की रात को उसे एक अज्ञात नंबरों से वाट्सएप से कॉल आया व मैसेज आय। सात नवंबर को सुबह उसी वाट्सएप नंबर से कॉल आया। जिसमें बोला कि 50 लाख रुपए दो नहीं तो तेरे व तेरे परिवार गोलियों से उड़ा देंगे। तुम्हारे पास सिर्फ 24 घंटे का समय है। इस दौरान अज्ञात व्यक्ति ने जान से मारने धमकी दी। पुलिस प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। घटना की गंभीरता को देखते हुए उच्चाधिकारियों के निर्देशन व सुपरविजन में हदां थानाधिकारी ओमप्रकाश व साईबर सैल के एएसआई दीपक यादव के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया। उक्त टीमों ने पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सागर के निर्देशन में कार्य शुरू करते हुए उक्त घटना का बारीकी से जांच शुरू की। पुलिस की टीमों ने पूर्व में चालानशुदा अपराधियों की पूछताछ की व संदिग्ध व्यक्तियों पर तकनीकि रूप से कार्य किया। उसके बाद सूचना व तकनीकि विश्लेषण से आरोपियों को चिन्हित किया। इस दौरान पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिले। इन सुराग के माध्यम से पुलिस ने आरोपी सतपाल उर्फ सतु को पुणे (महाराष्ट्र) से तथा लालसिंह व विक्रम को बीकानेर से दस्तयाब कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। मुख्य आरोपी सतपाल उर्फ सतु की ईतला पर एक अवैध पिस्ट भी बरामद की गई।
पुलिस के अनुसार आरोपियों से की गई पूछताछ में सामने आया कि परिवादी को वाट्सएप कॉल से डरा-धमकाकर रुपए हड़पना चाहते थे, ताकि उन पैसों से मौज मस्ती कर सके। इसके अलए कई बार उक्त आरोपियों द्वारा परिवादी को वाट्सएप कॉल के जरिये डराया धमकाया गया। परिवादी के घर की रैकी की गई। पुलिस के अनुसार आरोपी लालसिंह व सतपाल उर्फ सतु पर पूर्व में फायरिंग व आम्र्स एक्ट के भी प्रकरण दर्ज है।
कार्रवाई करने वाली टीम में हदां थानाधिकारी ओमप्रकाश, साईबर सैल के एएसआई दीपक यादव, एएसआई नैनूसिंह, हैड कांस्टेबल प्रकाश, कांस्टेबल गणेश, मोडाराम, निर्मल, कुलदीप, राणाराम, दीपाराम, करणी शामिल थे। थानाधिकारी ओमप्रकाश व साईबल सैन के एएसआई दीपक यादव की विशेष भूमिका रही।