पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की उम्र में निधन, देशभर में शोक
बीकानेर। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार रात 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अंतिम सांस ली। डॉ. सिंह लंबे समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। आज सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एम्स के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था।
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में उनके योगदान को याद करते हुए लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
कांग्रेस में शोक, सभी कार्यक्रम रद्द
डॉ. सिंह के निधन के बाद कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक को रद्द कर दिया गया है। 27 दिसंबर को कांग्रेस के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक छोड़कर तुरंत दिल्ली के लिए प्रस्थान किया।
AIIMS पर सुरक्षा कड़ी
एम्स अस्पताल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पहले ही एम्स पहुंच चुकी हैं, जबकि सोनिया गांधी भी अस्पताल पहुंचने वाली हैं।
एक नजर: डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन और योगदान
डॉ. मनमोहन सिंह 2004 से 2014 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे। उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का जनक माना जाता है। 1991 में वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने आर्थिक उदारीकरण की नीति लागू की, जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी। उनकी सादगी, विद्वता और नीतिगत दृष्टिकोण के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
उनके निधन पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, और अन्य प्रमुख नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
देशभर में शोक
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से राजनीतिक और सामाजिक जगत में शोक की लहर है। उनके योगदान को याद करते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जा रही हैं।
यह देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। डॉ. सिंह का नाम भारतीय राजनीति और आर्थिक इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा।