
बीकानेर: नहरबंदी की तारीख को लेकर आई ये बड़ी खबर
बीकानेर. इंदिरा गांधी नहर परियोजना में 26 मार्च से आंशिक नहरबंदी और 26 अप्रेल से 26 मई तक पूर्ण नहरबंदी के हिसाब से जलदाय विभाग ने तैयारियां कर रखी है। अभी 26 मार्च की तारीख निकल चुकी है और नहरबंदी को लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। ऐसे में जलदाय विभाग पूर्ण और आंशिक नहरबंदी के दौरान पेजयल आपूर्ति के प्रबंधन को लेकर चिंतित है। आमतौर पर नहर बंदी का नोटिफिकेशन करीब एक पखवाड़े पहले जारी हो जाता है। इससे जलदाय विभाग डिग्गियों और जलस्रोतों में आवश्यक जल भंडारण कर लेता है। चूंकि इस बार बांधों में पानी कम है और राजस्थान के हिस्से का पानी लिया जा चुका है। ऐसे में आईजीएनपी में पेयजल जरूरतों को पूरा करने लायक ही पानी मिल रहा है। एक तरह से आंशिक नहरबंदी के हालात पहले से ही है। राजस्थान की ओर से पंजाब को 26 मार्च से आंशिक और 26 अप्रेल से पूर्ण नहरबंदी का प्रस्ताव देखा है। गत 20 मार्च को बीबीएमबी की बैठक में प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगी। ऐसे में माना जा रहा था कि एक-दो दिन में पंजाब की नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा। आईजीएनपी के अधिकारी नोटिफिकेशन जारी होने में देरी से कोई नुकसान नहीं होने की बात कह रहे है। उनका मानना है कि पानी पहले से सिंचाई के लिए देने के लिए नहीं है। ऐसे में नोटिफिकेशन जारी होने के दिन से एक महीने आंशिक नहरबंदी रहेगी। परन्तु पूर्ण नहरबंदी में उतने दिन कम हो जाएंगे। दूसरी तरफ जलदाय विभाग इसका दूसरा पहलु देख रहा है। इस साल 60 दिन की नहरबंदी तय की हुई है। इसमें 30 दिन आंशिक यानि पेयजल के लिए पानी नहर में मिलने और फिर तीस दिन नहर में पूरी तरह पानी आपूर्ति बंद होनी है। अब नोटिफिकेशन जारी होने के दिन से 60 दिन नहरबंदी रही तो परेशानी बढ़ जाएगी। मार्च के मुकाबले मई में गर्मी ज्यादा आक्रामक होगी। पानी की मांग भी ज्यादा होगी।


