किसानों पर लाठीचार्ज, बेनीवाल बोले- अफसरों ने एक करोड़ में विरोध हटाने का ठेका लिया
राजस्थानी चिराग। राजस्थान के नागौर जिले के सरासनी गांव में एक निजी कंपनी के खिलाफ धरना दे रहे किसानों और पुलिस के बीच बुधवार को तनावपूर्ण मुठभेड़ हुई। यह घटना न केवल इलाके में विवाद का कारण बनी, बल्कि इसने किसानों के संघर्ष को और भी उग्र बना दिया। जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई के विरोध में किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और हिंसा का रूप ले लिया।
सरासनी गांव में किसानों और पुलिस के बीच संघर्ष ने विवाद की नई गहराई को छुआ, जब पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग करने के बाद हालात बिगड़ गए। किसानों ने जब जमीन अधिग्रहण के खिलाफ विरोध बढ़ाया, (Nagaur Farmers Protest)तो पुलिस पर पथराव हुआ, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बल का प्रयोग किया। इस बीच कुछ उपद्रवियों ने एक खेत में आग लगा दी, जिससे स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई। वहीं, इस घटना पर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पुलिस की कार्रवाई को निंदनीय बताते हुए सोशल मीडिया पर अपना विरोध जताया है।
धरने पर बैठे किसानों का विरोध
नागौर जिले के सरासनी गांव में किसानों द्वारा निजी कंपनी के खिलाफ धरना 134 दिन से जारी था। बुधवार को जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई के खिलाफ उनका विरोध और उग्र हो गया। जब ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया, तो पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। इस बीच कुछ लोगों ने खेत में आग लगा दी, जिससे तनावपूर्ण स्थिति बन गई।
बेनीवाल ने कार्रवाई को निंदनीय बताया
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस घटनाक्रम पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि किसान लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने किसानों की मांगों को नजरअंदाज कर लाठीचार्ज किया। बेनीवाल ने कहा कि पुलिस का यह कदम निंदनीय है और लोकतंत्र में इस प्रकार की कार्रवाई का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
हनुमान बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा पूरा घटनाक्रम
हनुमान बेनीवाल ने नागौर में हुए लाठीचार्ज के पूरे घटनाक्रम को सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों के हितों का संरक्षण करने की बजाय पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने एक निजी कंपनी के पक्ष में लाठीचार्ज किया, जो लोकतंत्र में निंदनीय है।
बेनीवाल ने यह भी आरोप लगाया कि विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नागौर के जिला पुलिस अधीक्षक और प्रशासन के कुछ अधिकारियों ने सत्ता में बैठे दलाल नेताओं के साथ मिलकर JSW सीमेंट कंपनी से एक करोड़ रुपए लेकर किसानों का धरना हटाने और कंपनी का कार्य शुरू करवाने का ठेका लिया।
आरएलपी का समर्थन और कार्रवाई की मांग
बेनीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) किसानों के साथ खड़ी है और लाठीचार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगी। उन्होंने किसानों के हक में लड़ाई जारी रखने का वादा किया और कहा कि जनहित में आरएलपी सत्ता के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से मजबूती से संघर्ष करेगी।