
शहर में एनजीओ की आड़ में नाबालिग लड़कियों की देह व्यापार के लिए खरीद-फरोख्त, 4 अरेस्ट
राजस्थानी चिराग। जयपुर में एनजीओ की आड़ में नाबालिग लड़कियों की खरीद-फरोख्त का मामला सामने आया है। फेसबुक के जरिए नाबालिग लड़कियों की शादी के बहाने लोगों को फांसा जाता था। एजेंटों के मार्फत बहला-फुसलाकर लाई नाबालिग लड़कियों को मोटी रकम लेकर देह व्यापार के लिए बेच देते थे। बस्सी थाना पुलिस ने एनजीओ संचालिका सहित चार जनों को अरेस्ट किया है। फिलहाल अरेस्ट आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
डीसीपी (ईस्ट) तेजस्वनी गौतम ने बताया- मामले में आरोपी गायत्री विश्वकर्मा (52) पत्नी रामोतवार निवासी प्रेम नगर खोह नागोरियान, भगवानदास (27) पुत्र गोपी मेघवंशी व महेन्द्र (45) पुत्र गोपी मेघवंशी निवासी नसीराबाद अजमेर और हनुमान सिंह (32) पुत्र जगन्नाथ गुर्जर निवासी कोलवा दौसा को अरेस्ट किया है। आरोपी गायत्री विश्वकर्मा सर्वसमाज गायत्री फाउण्डेशन सुजानपुरा बस्सी की संचालिका है।
इनके साथ ही एक महिला को भी राउंडअप किया गया है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि बस्सी इलाके में सर्वसमाज गायत्री फाउण्डेशन नाम का एनजीओ चलता है। एनजीओ की आड़ में नाबालिग लड़कियों की शादी करवाने के बहाने खरीद-फरोख्त की जाती है। पुलिस ने सूचना कंफर्म कर रविवार को एनजीओ पर रेड डाली। पुलिस ने दबिश देकर एनजीओ संचालिका सहित चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया।
मोटी रकम लेकर करवाती अवैध शादियां
एनजीओ की ओर से फेसबुक पर प्रचार-प्रसार कर शादी करवाने का झांसा दिया जाता था। लोगों को बुलाकर नाबालिग लड़कियों की शादी करवाने की कहकर फांसते थे। इसके अलावा सर्व समाज गायत्री फाउडेण्शन एनजीओ के एजेंट, जिन्हें स्काउट कहा जाता है। वह भारत के विभिन्न राज्यों (उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार सहित अन्य राज्यों) से गरीब लड़कियों को ढूंढकर बहला-फुसलाकर लेकर आते है। एनजीओ की संचालिका गायत्री विश्वकर्मा को लाकर बेच देते है। गायत्री खरीदी हुई लड़कियों के फेक डॉक्यूमेंट तैयार कर मोटी रकम लेकर अवैध शादियां करवाती है। नही मानने पर नाबालिग लड़कियों को गुण्डो से पिटवाने की धमकियां देती है। डेरे से बाहर लड़कियों को नहीं जाने देती है।
मुकदमों की संख्या बढ़ी तो बदली ली जगह
आरोपी गायत्री विश्वकर्मा पहले ये कारोबार कानोता इलाके में चलाती थी। इसके खिलाफ मुकदमें अधिक हो जाने के कारण गायत्री विश्वकर्मा ने कानोता इलाका छोड़ दिया। वह पिछले 7-8 साल से यह अवैध कारोबार बस्सी स्थित सुजानपुरा गांव में खोल लिया।


