
बीकानेर: हाईवे पर लागू होगा ये सिस्टम, होंगे ई-चालान, पढ़ें पूरी खबर
बीकानेर। प्रदेश के हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ई-चालान और इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लागू होंगे जिससे कि सड़क दुर्घटनाओं को रोका जा सके। वार्षिक निरीक्षण के लिए बीकानेर आए डीजी दूरसंचार-तकनीकी एवं यातायात अनिल पालीवाल ने यह जानकारी दी। एसपी ऑफिस में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाएं रोकना प्राथमिकता है। प्रदेश में अलवर, दौसा, सवाईमाधोपुर जिलों से गुजर रहे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर कैमरे लगाकर ई-चालान किया जा रहा है। आने वाले दिनों में प्रदेश के अन्य नेशनल हाईवे और राजमार्गों पर भी इससे लागू करेंगे। इसके अलावा दुर्घटनाएं रोकने के लिए जिलों में इंटरसेप्टर भी दिए जा रहे हैं। इस संबंध में आई रेड स्कीम भी महत्वपूर्ण है जिसमें एसएचओ मौके पर जाकर दुर्घटना की पूरी जानकारी जुटाते हैं।
उन्होंने बताया कि जयपुर शहर में वर्ष, 24 में कारों की संख्या दुगुनी हो गई है। इससे पता चलता है कि वाहनों की संख्या कितनी तेजी से बढ़ रही है। हादसे रोकने के लिए पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई और परिवहन विभाग से समन्वय कर रहे हैं। प्रत्येक जिले में ब्लैक स्पॉट चिह्नित हैं। उन्हें रोड इंजीनियरिंग से ठीक करवाया जा रहा है। डीजी पालीवाल ने बताया कि टेली कम्यूनिकेशन को अपग्रेड कर रहे हैं। पूरे प्रदेश का एरिया कवर करना है। इसके लिए केन्द्रीय एजेंसियों, दूसरे राज्यों के सिस्टम के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। पूर्व में बीएसएफ में आईजी रह चुके पालीवाल ने कहा कि पाक सीमा पर बीएसएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर पुलिस काम कर रही है। ड्रोन की समस्या से निपटने के प्रयास किए जा रहे हैं। आज लेंगे जवानों की संपर्क सभा क्राइम मीटिंग डीजी पालीवाल ने श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाने का निरीक्षण किया और वहां सीएलजी के सदस्यों से बातचीत की। इस दौरान जयपुर हाईवे पर सड़क दुर्घटनाओं का मुद्दा सामने आया।
उसके बाद पालीवाल ने सीओ सदर आईपीएस विशाल जांगिड़ और उसके बाद एसपी कावेन्द्र सिंह सागर के कार्यालय का निरीक्षण किया। एसपी ऑफिस की सभी ब्रांच की जानकारी ली और वहां काम करने वाले कार्मिकों से मिले। मंगलवार को डीजी सुबह पुलिस लाइन पहुंचेंगे और परेड का निरीक्षण करने के बाद जवानों की संपर्क सभा लेंगे। उसके बाद सदर सभागार में जिले की क्राइम मीटिंग में अपराध और कानून-व्यवस्था के बारे में जानकारी लेंगे।


