
बीकानेर: पूर्ण नहर बंदी को लेकर आई ये खबर
बीकानेर। इंदिरा गांधी नहर परियोजना में पूर्ण नहरबंदी 20 अप्रेल से लिए जाने की संभावना है। चंडीगढ़ में भाखड़ा व्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) की 20 मार्च को बैठक रखी गई है। इसमें नहरबंदी पर मुहर लग सकती है। इस बार पूर्ण नहरबंदी अप्रेल से मई के बीच एक महीने की रखनी प्रस्तावित है। हालांकि करीब एक महीने से आंशिक नहरबंदी चल ही रही है। फिलहाल इंदिरा गांधी नहर परियोजना से जलदाय विभाग के जल स्रोतों को पानी दिया जा रहा है। यह तय है कि इस बार नहर बंदी ली ही जाएगी। पिछले साल लोकसभा चुनावों के कार चलते पूर्ण नहरबंदी को टाल दिया गया था।
आईजीनपी की योजना है कि नहर बंदी होने से पहले जलदाय विभाग की सभी डिग्गियों एवं बीकानेर शहर को जलापूर्ति करने वाले शोभासर एवं बीछवाल जलाशय को पूरा भर दिया जाए। इन दिनों दोनों जलाशयों को पूरा भरने का काम शुरू किया जा चुका है। पूर्ण नहर बंदी के दौरान जलाशयों में भंडारित पानी से शहर की जलापूर्ति की जाएगी। बीबीएमबी की बैठक गत 10 मार्च को भी हुई थी। तब पीने के लिए नहर में पानी चालू रखने का निर्णय किया गया था। आईजीएनपी के अधीक्षक अभियंता विवेक गोयल के मुताबिक इस समय 6 फरवरी से आंशिक नहरबंदी चल रही है। वैसे 20 मार्च को बैठक में पूर्ण नहरबंदी की तिथि फाइनल की जा सकेगी। फिर भी 20 अप्रेल से 20 मई तक एक महीने पूर्ण नहरबंदी प्रस्तावित है। जलदाय विभाग के सभी जल स्रोतों को भरने का कार्य किया जा रहा है। बीछवाल तथा शोभासर जलाशय की भराव क्षमता 1500-1500 मिलीयन लीटर की हैं।


