इस कोचिंग में टीम को नहीं मिला स्टूडेंट-फीस का रिकॉर्ड, 800 करोड़ की डील में कैश भी लिया
राजस्थान की उत्कर्ष कोचिंग पर दूसरे दिन शुक्रवार (3 जनवरी) को भी आयकर विभाग की कार्रवाई जारी रही। गुरुवार को जोधपुर, जयपुर, प्रयागराज और इंदौर में टीम ने रेड डाली थी, जो देर रात तक चली। शुक्रवार को जोधपुर के 14 और जयपुर, प्रयागराज और इंदौर के एक-एक ठिकानों पर सर्च चल रहा है। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि उत्कर्ष कोचिंग और फिजिक्स वाला के बीच हुई 800 करोड़ की डील में टैक्स चोरी के लिए करोड़ों रुपए का लेन-देन कैश में किया गया। इसकी शिकायत डिपार्टमेंट को मिल गई थी, जिसके बाद ये कार्रवाई हुई। सर्च में टीम को बच्चों की फीस और किस कोर्स में कितने स्टूडेंट है, इसका रिकॉर्ड नहीं मिला है। टीम की ओर से डिजिटल सबूत के तौर पर यहां मिले रिकॉर्ड की क्लोनिंग भी की है। विभाग की डेढ़ दर्जन टीमों में तीन राज्यों में 19 ठिकानों पर गुरुवार को छापे मारे थे। सूत्रों के मुताबिक फिजिक्स वाला और उत्कर्ष की कुछ महीनों पहले हुई डील के बाद ये मामला रडार पर आया था। आयकर विभाग को ऐसी शिकायतें मिली कि फिजिक्स वाला के साथ शेयर डील में उत्कर्ष कोचिंग संचालक ने बड़ा घपला किया है। 800 करोड़ से अधिक की इस डील में बड़े पैमाने पर अघोषित लेन-देन शामिल है। आयकर विभाग को इस डील की जानकारी मिली तो उसने डॉक्युमेंट खंगाले। विभाग के हाथ लगे डॉक्युमेंट में करोड़ों रुपए का घोटाला होना साफ हो गया। डील में बड़े पैमाने पर कैश में लेन-देन करना सामने आया है। संचालक की ओर से बड़े पैमाने पर टैक्स की चोरी की गई है। छापेमारी में बड़ी मात्रा में कैश और ज्वेलरी मिली है, जिसकी कीमत का अनुमान लगाया जा रहा है।