गैंगस्टर रोहित गोदारा ने मांगी 50 लाख की फिरौती, पुलिस के हाथ-पांव फूले
राजस्थानी चिराग। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में हाल ही में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय बन गया है। पुरानी आबादी थाने के नजदीक एक महिला को व्हाट्सएप कॉल के जरिए 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। और इस धमकी के पीछे किसी और का नहीं, बल्कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया।गैंगस्टर रोहित गोदारा ने खुद को इस गैंग का सदस्य बताते हुए विदेशी नंबर से फिरौती की मांग की, जिससे पूरे इलाके में डर और असुरक्षा का माहौल फैल गया। क्या पुलिस इस चुनौती का सामना कर पाएगी? यह मामला अब जांच के घेरे में है, और हर कोई इस खौफनाक घटना के पीछे के राज जानने को बेताब है।
विदेशी नंबर से धमकी का रहस्य
श्रीगंगानगर में घटित यह घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए चौंकाने वाली है, बल्कि पुलिस के लिए भी एक बड़ा चुनौती बन गई है। महिला को विदेशी नंबर से फिरौती की कॉल आना, और उस पर गैंगस्टर का नाम लेकर धमकी देना, यह दर्शाता है कि अपराधी अब अपनी कार्यप्रणाली में अंतरराष्ट्रीय संपर्कों का उपयोग कर रहे हैं। फिरौती की यह धमकी किसी साजिश का हिस्सा हो सकती है, या एक नया तरीका हो सकता है, जिससे अपराधी पुलिस की जांच से बचने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस अब इस बात की तह तक जाने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार यह कॉल किस जगह से की गई और इसके पीछे कौन लोग हैं।
व्यापारी पति के कारोबार में छुपा हो सकता है राज
मामले की जांच में यह भी सामने आया कि महिला का पति एक व्यापारी है, जो विभिन्न कंपनियों के साथ ट्रेडिंग करता है। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या फिरौती की मांग का संबंध उसके कारोबार से है, या यह केवल एक सामान्य आपराधिक मामला है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह व्यापारिक तनाव या पुराने लेन-देन से भी जुड़ा हो सकता है। ऐसे मामलों में अक्सर अपराधी व्यापारियों को निशाना बनाते हैं, क्योंकि उनके पास धन की उपलब्धता होती है। इस बिंदु पर पुलिस की जांच तेज़ी से आगे बढ़ रही है, ताकि इस रहस्य से पर्दा उठ सके।
साइबर टीम की भूमिका बढ़ी
एसपी गौरव यादव ने मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर टीम को सक्रिय कर दिया है। साइबर टीम ने विदेशी नंबर की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह कॉल किस देश से आई थी। इसके अलावा, पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि कॉल करने वाले ने किस तकनीक का इस्तेमाल किया ताकि उनकी पहचान न हो सके। एसपी यादव ने कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल अपराधी की पहचान करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि इस तरह की घटनाओं को भविष्य में रोका जा सके।”
पुलिस की रणनीति
पुलिस इस मामले में पूरी रणनीति के तहत काम कर रही है। एसपी यादव ने इस बात का भी उल्लेख किया कि यह एक बड़ा अपराध हो सकता है, और इसलिए मामले की जांच में हर पहलू को ध्यान में रखा जाएगा। महिला और उसके परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस ने तत्काल कदम उठाए हैं, और इलाके में गश्त भी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जो भी इस अपराध के पीछे हैं, वे जल्द ही सलाखों के पीछे होंगे।