
एक साथ उठी 2 दोस्तों की अर्थियां, शव पहुंचते ही घर में मच गई चीख-पुकार
नागौर। दोपहर का समय, सुनसान गली-मोहल्ले और गांव के 2 घरों के बाहर एकत्रित ग्रामीण…। मध्यप्रदेश के अतर्रा थाना क्षेत्र के बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर हुई सड़क दुर्घटना के मृतकों के शव दोपहर 3 बजे उनके पैतृक गांव लिलियां पहुंचे। यहां पूरा गांव शोक में स्तब्ध नजर आया। एक ही गांव से 2 अर्थियां उठी तो नम आंखों और रूंधे गले से यहीं शब्द निकले ’’हे! राम’। मृतक राकेश सोनी और हिंगलाजदान चारण का लिलियां तो तीसरे मृतक राकेश वैष्झाव का सांगावास (जैतारण) में अंतिम संस्कार हुआ। दरअसल, लिलियां से सरपंच रामदेव बांता, महेंद्र बांता, हादाराम बांता, अमराराम, जेपी भंवरियां, चंपालाल सोनी सहित ग्रामीणों के अतर्रा पहुंचने पर शिवरामपुर सीएचसी से शव मंगलवार रात 12 बजे एंबुलेंस से लिलियां के लिए रवाना हुए। एंबुलेंस से यह शव बुधवार दोपहर 3 बजे लिलियां गांव पहुंचे। शव पहुंचते ही मृतकों के घरों में चीख-पुकार मच गई। परिजनों का रोते-बिलखते हाल-बेहाल हो गया।


